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Forex ट्रेडिंग क्या है

Forex ट्रेडिंग क्या है
Forex के 1 Lot में 1000 Units होती है और बिना मार्जिन के खरीदेंगे तो हज़ारों रुपयों की जरुरत होगी जैसे: वर्तमान में 1 US Dollar 70 रुपये का है और 1000 डॉलर खरीदने के लिये 70*1000 = 70000 रुपयों की जरुरत होगी लेकिन ब्रोकर के मार्जिन देने की वजह से यह बहुत ही कम रुपयों में ख़रीदा जा सकता है। (What Is Forex Trading In Hindi)

Forex Trading क्या है - What Is Forex Trading In Hindi

Forex Trading क्या है ? Forex Trading कैसे करें – [2022] Forex Trading In Hindi

Forex trading kya hai In Hindi ,(what is forex trading in hindi ) forex trading kaise kare in hindi , (Forex trading in Hindi) , फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है: नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको बताऊंगा कि फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होती है (What Is Forex Trading In Hindi) Forex Trading को Currency Trading भी कहते है क्योंकि Forex Trading में एक देश की Currency के बदले में दूसरे देश की Currency को ख़रीदा और बेचा जाता है।

दुनिया के सभी देशों की एक करेंसी होती है जैसे भारत का रुपया, अमेरिका का डॉलर, जापान का येन, ब्रिटेन का पाउंड इत्यादि इन सभी की एक कीमत होती है जो बाजार में Demand And Supply के आधार पर कम ज्यादा होती है, आपने अकसर न्यूज़ में सुना होगा की आज रुपये 0.40 पैसा गिर गया, आज रुपये 0.50 पैसा बढ़ गया जब रूपया कम या ज्यादा होता है तो कुछ लोग इसे कम दाम पर खरीद कर ज्यादा होने पर बेच देते है इसे ही फोरेक्स ट्रेडिंग या करेंसी ट्रेडिंग कहते है।

Forex trading क्या है : What is forex Trading in hindi

दोस्तों Forex सामान्य अर्थ होता है कि Foreign+exchange जिसका अर्थ होता है कि विदेशी मुद्रा का विनियम या विदेशी मुद्रा की खरीदारी या विदेशी मुद्रा की अदला बदली

Trading का सामान्य अर्थ होता है कि किसी भी चीज की खरीदारी या किसी भी चीज का मूल्य भाव तय करना या किसी भी चीज का व्यापार करना

तो इस प्रकार कह सकते हैं कि Forex trading– (Forex trading in Hindi) एक ऐसा क्रियाकलाप है जिसमें हम किसी अन्य देशों की Forex ट्रेडिंग क्या है करेंसी का एक जोड़ा खरीदते हैं और उस जोड़े में दो करेंसी होती है और उन करेंसी का मार्केट भाव ऊपर नीचे होता रहता है

भारत में करेंसी ट्रेडिंग शुरू कैसे करें – How To Start Forex Trading In India

बहुत सारे लोग पूछते है की क्या भारत में Currency Trading करना Allowed है तो इसका जवाब है, “हाँ भारत में करेंसी ट्रेडिंग करना वैध है” लेकिन भारत में सिर्फ 4 Currency Trading Pairs में ट्रेडिंग की जा सकती है और ये चार Currency Trading Pairs है USD/INR, EUR/INR, GBP/INR JPY/INR. इनमें भारत के रुपये को दुसरे देशों की करेंसी के साथ Trade किया जाता है।

इनके अलावा 3 और Cross Currency Pairs है जिन पर ट्रेडिंग हाल – फिलहाल में ही शुरू हुई है और वे तीन क्रॉस करेंसी पेयर्स है EURO/USD, GBP/USD, USD/JPY लेकिन इनमें Forex ट्रेडिंग क्या है ज्यादा Volume नहीं है और बहुत सारे Stock Brokers ने अभी तक Cross Currency Trading को शुरू भी नहीं किया है। क्रॉस करेंसी पेयर्स में दूसरे देशों की करेंसी को आपस में ट्रेड किया जाता है।

फॉरेक्स

यह खंड वास्तविक रूप में एक व्यापक फॉरेक्स ट्रेडिंग कोर्स है। यह बताता है कि फॉरेक्स बाजार क्या है, वहां कौन से ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट्स उपलब्ध हैं, और उनमें सर्वोत्तम तरीके से ट्रेड कैसे करें। यह नौसिखिए लोगों के लिए सिर्फ फॉरेक्स से अधिक है। यह नौसिखियों से लेकर विशेषज्ञों तक सभी प्रकार के ट्रेडरों के लिए फॉरेक्स उपयुक्त है।

मुद्रा जोड़ी सहसंबंधों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

एक फुल-टाइम ट्रेडर के रूप में बड़ी कमाई करने के लिए Forex ट्रेडिंग के 5 सुझाव

Forex के बारे में अधिक जानकारी

नि:शुल्क Forex शिक्षा वह है जो नौसिखिए ट्रेडर आमतौर पर खोज रहे होते हैं। कोई आश्चर्य की बात नहीं, Forex वैश्विक वित्तीय बाजार का प्रमुख तत्व है, और ठीक इसी से लोग अपनी ट्रेडिंग यात्रा की शुरुआत करते हैं।

Olymp Trade आधिकारिक ब्लॉग का यह खंड Forex शिक्षा सामग्री का एक आदर्श और नि:शुल्क स्रोत है। आपको ब्लॉग में ताजा Forex समाचार भी प्राप्त होंगे, जो आपको बाजार की मौजूदा स्थिति को समझने में मदद करेंगे।

ब्लॉग के लेख मुद्रा जोड़ी और उनसे संबंधित बाजार की गतिशीलता की व्याख्या करते हैं, प्रभावी ट्रेडिंग निर्णय लेने के लिए आवश्यक विशेषज्ञ विश्लेषण और शैक्षिक पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं, और आपको यह समझने में मदद करते हैं कि आप एक सफल Olymp Trade Forex ट्रेडर कैसे बन सकते हैं।

गहराई से खंड पर नज़र डालें और खोजें:

  • कैसे Forex ट्रेडिंग शुरू करें (नौसिखियों के लिए हमारे चरण-दर-चरण दिशानिर्देश पढ़ें)
  • सर्वोत्तम ट्रेडिंग रणनीतियों और साधनों का उपयोग
  • Olymp Trade पर Forex ट्रेडिंग से अधिकतम लाभ कैसे प्राप्त करें
  • Forex ट्रेडिंग के महत्वपूर्ण कारक
  • और Forex पेशेवर बनने के लिए अन्य मूल्यवान सुझाव

फॉरेक्स मार्केट को इफेक्ट करने वाले कारक

USD/INR का प्राइस कम को एप्रीसिएशन कहते है और प्राइस बढ़ने को डिप्रीशिएशन कहते है। प्राइस कम होने का मतलब है भारतीय रुपया मजबूत होता है।जब प्राइस बढ़ता है तो भारतीय रुपया कमजोर होता है।

  1. इनफ्लेशन (मुद्रास्फीति) – जब महगाई की दर यानी महंगाई कम होती है तब INR एप्रीसिएशन होता है
  2. इंटरेस्ट रेट्स (ब्याज दर) – जब rbi रेट्स बढ़ाता है तब भी INR एप्रीसिएशन होता है।
  3. RBI का USD/INR का बेचना – जब INR का प्राइस Forex ट्रेडिंग क्या है बढ़ने लगता है।इससे एक्सपोर्टइंपोर्ट करने में परेशानी होने लगती है तो RBI USD/INR बेचने लगता है इससे मार्केट स्थिर हो जाता है और एप्रेशियट होने लगता है।
  4. निर्यात – जब एक्सपोर्ट या निर्यात बढ़ने लगता है।तब INR एप्रीसिएशन होता है।
  5. राजनीतिक स्थिरता – भारत में जब सरकार बार – बार नही बदलती है और एक सरकार पूरे पांच साल तक रहती है तो भी INR एप्रीसिएशन होता है
  6. करेंट अकाउंट डेफिसिट – करेंट अकाउंट डेफिसिट होता है तो भी INR का प्राइस कम होने लगता है

Forex Trading में जरुरी टिप्स

  • ट्रेडिंग करने के लिए सबसे जरूरी है सही ब्रोकर को चुनना।कुछ ब्रोकर hidden चार्जेस लेने लगते है।
  • ट्रेडिंग करते समय जरूरी है आप इमोशन पर काबू करे नही तो ट्रेडिंग आपकी दुश्मन बन जायेगी। जिसने भी इमोशन को कंट्रोल कर लिया वह ट्रेडर बन गया। ट्रेडिंग में 90% साइकोलॉजी यानी इमोशन और 10% स्किल important है।
  • आप हमेशा सीखते रहे और प्रैक्टिस करते है इससे आपकी स्किल improve होगी आप और भी अच्छे ट्रेडर बन पायेंगे।
  • एक अच्छा ट्रेडर मार्केट की साइकोलॉजी को समझता है वह यह जानता है अब मार्केट ओवरबॉट या ओवरसेल हो चुका है
  • जो ट्रेडर रिस्क नहीं लेता वह ट्रेडर नही होता है ।बिना रिस्क लिए आप प्रॉफिट नहीं कमा सकते है।वो डायलॉग सुना है रिस्क है तो इश्क है।
  • टेक्निकल एनालिसिस करे! और उसे ज्यादा से ज्यादा सीखे और चार्ट पैटर्न को देख कर ट्रेड करने का निर्णय लीजिए ।
  • स्टॉप लॉस ट्रेडिंग सबसे जरूरी हिस्सा है ।जब भी आप ट्रेड में एंटर हो पहले आप अपना स्टॉप लॉस सेट करने के बाद ही किसी ट्रेड में एंटर करे।

भारत में करेंसी ट्रेडिंग कैसे काम करता है – Currency Trading In India

भारत में Currency Trading को Futures And Option Market में कराया जाता है। जिसका अर्थ है Currency Contract को एक निश्चित Expiry से पहले खरीद कर बेचना होता है, Currency Contract को अपने मन मुताबिक संख्या में ख़रीदा या बेचा नहीं जा सकता बल्कि पहले से निर्धारित Lot Size में इन करेंसी कॉन्ट्रैक्ट को ख़रीदा और बेचा जाता है।

1 Lot का मतलब 1000 Units होता है और कम से कम एक 1 Lot को Minimum Purchase करना होता है अगर 1 Lot से ज्यादा खरीदना हो तो 1 के गुना में खरीद सकते है।

जैसे अगर आपको 1000 Dollar Purchase करना हो तो आप 1 Lot USD/INR का खरीदेंगे क्योंकि 1 Lot में 1000 Dollar होते है, और 2000 डॉलर खरीदने के लिए 2 Lot खरीदने होंगे।

Online Forex Trading में Currency का 1 Lot खरीदने के लिये पुरे पैसे नहीं देने होते है बल्कि Broker Margin प्रोवाइड करता है मार्जिन एक उधार होता है जो स्टॉक ब्रोकर आपको देता है ट्रेडिंग करने के लिये और ट्रेडिंग करने के बाद वह पैसे ब्रोकर को वापिस चुकाने होते है।

Currency के 1 Lot को इस Price में ख़रीदा जा सकता है (Price As of March 2020)

USD/INR 1 Lot Price = 1470 Rs.

EUR/INR 1 Lot Price = 1880 Rs.

GBP/INR 1 Lot Price = 2350 Rs.

JPY/INR 1 Lot Price = 2520 Rs.

मान लीजिये USD/INR की कीमत 70 रुपये पर चल रही है और आप एक 1 Lot USD/INR का खरीदते है जिसके लिये आपको लगभग 1470 रुपये देने होंगे और कुछ समय बाद USD/INR की कीमत 70.50 हो जाती है तो इसे वापिस बेचने पर आपको 1970 रुपये मिलेंगे जिससे आप 1970-1470 = 500 रुपये का प्रॉफिट कमा लेंगे।

Forex Trading से पैसा कमाने के लिये क्या करना होगा – (Forex Trading For Beginners)

  • Open Trading Account With Discount Broker
  • Learn Currency Trading Basics
  • Learn Forex Trading Technical Analysis
  • Do Proper Money Management And Maintain Risk To Reward Ratio

Forex Market बहुत ही ज्यादा Volatile है इसे Predict करना आसान काम नहीं है। Online Forex Trading से लाभ कमाने के लिये Forex Trading Basic Knowledge होना जरूरी है इसके अलावा वो सभी कारण जिनसे किसी Currency का Price बढ़ या घट सकता है उसकी जानकारी होनी चाहिये।

Currency Trading करते समय Stop Loss का इस्तेमाल जरूर करे, Stop Loss आपके लोस्स को बढ़ने से रोकता है करेंसी ट्रेडिंग से जरूर पैसा कमाया जा सकता है लेकिन इससे रातो – रात अमीर नहीं बन सकते है। (What Is Forex Trading In Hindi – What Is Currency Trading In Hindi)

फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या हैं :-

करेंसी ट्रेडिंग को दुसरे तरीके से समजते हैं, दुनिया के सभी देशों की अपनी एक करेंसी (मुद्रा) होती है जैसे की; भारत में रुपीस, अमेरिका में डॉलर, जापान में येन और ब्रिटेन में पाउंड आदि इन सभी की एक कीमत होती है जो मार्केट (बाजार) में Demand And Supply के आधार पर कम या ज्यादा होती हैं

आपने अक्सर न्यूज या अखबार में देखा होंगा की आज डॉलर के मुकाबले रुपिया 0.40 पैसे गिरा है या आज डॉलर के मुकाबले रुपिया 0.50 पैसे बढ़ा हैं इन वजहों से करेंसी (मुद्रा) में मूवमेंट होती है

इन मूवमेंट्स का फायदा उठाने के लिए करेंसी मार्केट के ट्रेडर्स इसे कम दाम पर खरीद लेते हैं और ज्यादा दाम पर बेच देते हैं इस कारोबारीक ट्रेडिंग को Forex या Currency Trading कहते हैं

मुद्रा व्यापार की पुरानी बातें

मुद्रा व्यापार और विनिमय बाजार के कार्य प्राचीन काल से चले आरहे है तब के समय में मनी – चेंजर जिसे पैसे बदलने के लिए दुसरों की मदद करने वाले और कमीशन या शुल्क (चार्ज) वसूलने वाले लोग जो इस प्रकार का कार्य करते थे

Currency Pairs Example :-

आमतौर पर आपने देखा होंगा की रूपये की कीमत डॉलर के मुकाबले इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो के मुकाबले इतनी है इसे एक उदाहरण के माध्यम से बेहतर समजते है

इसके लिए Currency Market के 20 अप्रैल, 2021 के दिन के सभी अलग – अलग Country के Currencies को Rupee के साथ कॉम्पेर (तुलना) करके देखते हैं 1 US Dollar (USD) की कीमत 74.88 ₨. हैं, 1 Euro (EUR) की कीमत 90.74 ₨. हैं, 1 Pound Sterling (GBP) की कीमत 105.05 ₨. हैं, 1 Japanese Yen (JPY) की कीमत सिर्फ 0.69 ₨. हैं, 1 Renminbi की कीमत 11.52 Rs. हैं, 1 Australian Dollar (AUD) की कीमत 57.72 Rs. हैं, 1 Singapore Dollar (SGD) की कीमत 56.74 Rs. हैं और आखिर में 1 Taiwan Dollar की कीमत 2.67 Rs. हैं

इसे किसी अन्य मुद्रा के सबंध में एक देश की मुद्रा के मूल्य को किसी दुसरे देश की मुद्रा के मूल्य से तुलनात्मक रूप से इन दोनों में अपने – अपने करेंसी के हिसाबसे एक्सचेंज यानि ट्रेडिंग किया जाता है जिसे Forex Trading या Currency Trading के नाम से जाना जाता हैं

करेंसी एक्सचेंज रेट क्या हैं :-

जिस प्रकार एक देश का स्टॉक मार्केट उस देश की विकास श्रेणी को दर्शाता है उसी प्रकार फॉरेन एक्सचेंज मार्केट दुनिया के सभी देशो की अर्थव्यवस्थाओं का प्रतिबिम्ब दिखता है

Forex Market में एक करेंसी को दूसरी करेंसी से बदला जाता हैं इस ट्रेडिंग में सबसे जरुरी बात एक्सचेंज रेट की होती है इसका यह मतलब है की अगर हमें एक करेंसी को दूसरी करेंसी से एक्सचेंज करना है यानि उन दो करेंसी में ट्रेडिंग करना है तो उन दोनों मार्केट दरो (रेट) को मिलाकर देखा जाता है

किसी एक करेंसी की तुलना में किसी दूसरी करेंसी की कीमत को उसकी एक्सचेंज रेट के जरिये जाना जाता है यह एक्सचेंज रेट उस देश के आर्थिक मुद्रा स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण संकेत दिखता है, किसी देश की करेंसी के लिए उसका मुद्रा का हाई एक्सचेंज रेट्स उस देश की आर्थिक स्थिति विकसित होने का संकेत देता हैं, इसी प्रकार किसी देश की करेंसी के लिए उसका कम एक्सचेंज रेट्स उसकी विपरीत स्थिति दर्शाता हैं

करेंसी ट्रेडिंग में इन बातोँ का ध्यान रखें :-

भारत में ‘करेंसी ट्रेडिंग’ शुरू करने से पहले इन बातो का अवश्य ध्यान रखे, सबसे पहले हम किन – किन करेंसी सेक्सन में ट्रेडिंग कर सकते है तो भारत में ज्यादा वोल्यूम के साथ 4 Currency Trading of Pairs में ट्रेडिंग की जाती है और यह चार करेंसी ट्रेडिंग के जोड़े है – USD/INR, EUR/INR, GBP/INR And JPY/INR

इसमें भारत की मुद्रा को दुसरे देशों की मुद्राओ के साथ Trade किया जाता है, इनके अलावा और 3 Cross Currency Trading of Pairs है जिसमे हाल फ़िलहाल में ही ट्रेडिंग की शुरुआत हुई है और यह तिन क्रॉस करेंसी ट्रेडिंग के जोड़े है – EUR/USD, GBP/USD And USD/JPY लेकिन इन Pairs में ज्यादा Volume नहीं होता है, इसमें भारत की मुद्रा के अलावा दुसरे देशों की मुद्राओ में Trade किया जाता हैं

फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए एक खाता

Forex Trading में करेंसी पेयर्स, डेरिवेटिव्स और F&O ट्रेडिंग (Future Trading / Option Trading) भी शामिल हैं करेंसी ट्रेडिंग को शुरू करने के लिए एक फॉरेक्स ट्रेडिंग खाता खुलवाना जरुरी हैं

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