रूस दलालों

एक नजर भारतीय रेल से जुड़े आंकड़ों पर
भारतीय रेलवे की ट्रेनों में प्रतिदिन 16 लाख से अधिक आरक्षित बर्थ की बुकिंग होती है. आईआरसीटीसी में 10 करोड़ यूजर आईडी पंजीकृत हैं, इनमें 7.50 करोड़ एक्टिव हैं. करीब 5 करोड़ लोग हर रोज आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर विजिट करते हैं, आईआरसीटीसी की वेबसाइट से हर मिनट 25 हजार से अधिक टिकट बुक किए जा सकते हैं. टिकट बुकिंग से प्रतिदिन 10 करोड़ रुपये का लेन.देन होता है, देश में 13 हजार यात्री ट्रेनें रोज चलती हैं, जिनमें 2.30 करोड़ यात्री सफर करते हैं.
अमेरिका ने रूसी सेना को प्रौद्योगिकी सहायता प्रदान करने वाले नेटवर्क का पर्दाफाश किया
अमेरिकी निर्माताओं से सैन्य प्रौद्योगिकी खरीदकर उसे यूक्रेन में जारी युद्ध के लिए रूस को उसकी आपूर्ति करने वालों पर अमेरिका में जो बाइडन प्रशासन ने कई आरोप और प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। अमेरिकी न्याय मंत्रालय के अनुसार, यूक्रेन में युद्ध के मैदान से कुछ उपकरण मिले हैं।
इसके अलावा, लातविया से भी अन्य परमाणु प्रसार तकनीकी उपकरण मिले हैं, जिन्हें रूस भेजा जाना था। न्याय मंत्रालय ने न्यूयॉर्क और कनेक्टिकट में अलग-अलग मामलों में नौ लोगों और वेनेजुएला के दो तेल दलालों पर आरोप लगाए हैं।
इन लोगों पर अमेरिकी कंपनियों से सैन्य प्रौद्योगिकी प्राप्त करने और फिर उसे करोड़़ो डॉलर में रूसी व्यापारियों व अन्य स्वीकृत संस्थाओं को बेचने का आरोप है।
कुछ आरोपियों पर वेनेजुएला की सरकारी तेल कंपनी के लिए अवैध तेल सौदों में दलाली करने का भी आरोप है। अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने एक बयान में कहा, ‘‘जैसा कि मैंने कहा है, हमारे जांचकर्ता और अभियोजक उन लोगों की पहचान करने, उनका पता लगाने और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी रखेंगे, जिनके अवैध कार्यों से कानून का शासन कमजोर हो रहा है और जिनसे रूसी शासन को यूक्रेन में जारी युद्ध में मदद मिल रही है।
ज़मीन जायदाद दलाल, कज़ान, gorod Kazan', ततारस्तान, रूस
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ул. Вишневского, 24, офис 801, कज़ान, Респ. Татарстан, रूस, 420043
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пр. Хусаина Ямашева, 46/2, कज़ान, Респ. Татарстан, रूस, 420124
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कहीं आपका भी टिकट तो पाकिस्तानी और रूसी सॉफ्टवेयर के जरिए नहीं बुक हुआ! रेलवे ने किया बड़ा खुलासा
Image Source : PTI Indian Railway
- टिकट बुकिंग को लेकर भारतीय रेलवे का बड़ा खुलासा
- पाकिस्तानी और रूसी सॉफ्टवेयर के जरिए दलाल बुक रूस दलालों करते थे टिकट
- जीआरपी ने कई दलालों को किया गिरफ्तार
वेस्टर्न रेलवे के राजकोट डिवीजन की RPF ने इंटेलिजेन्स की मदद से दलालों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो सुरक्षा के लिहाज से भी बेहद चौकाने वाला है। रैकेट में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला कि ये दलाल पाकिस्तानी और रूसी सॉफ्टवेयर की मदद से एक बार में एक मेल ID से 144 टिकट बुक कर लेते थे। जबकि IRCTC की रजिस्टर्ड मेल ID से सिर्फ 6 टिकट ही कानूनन बुक हो सकता है। जांच में इन आरोपियों से 74500 मेल ID की जानकारी RPF रूस दलालों को पता चली है।
पेमेंट क्रिप्टो करेंसी के जरिये करते थे
भारतीय रेल के लम्बी दूरी की ट्रेनो में सीज़न के समय रिज़र्व टिकट बुक करना बड़ी चुनौती है। एक बार में एक login से 6 टिकट बुक किया जा सकता है। आरोपी स्पेशल सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रेलवे के साथ जहां ठगी कर रहे थे, वहीं ग्राहकों को इसकी भनक तक नही लगती थी। पाकिस्तान और रूस के एंगल पर अब जांच एजेंसियों का फोकस है, सबसे अहम बात ये की सॉफ्टवेयर खरीदने के लिए दलाल इसकी पेमेंट क्रिप्टो करेंसी के जरिये करते थे।
दलाल इस सॉफ्टवेयर को डार्क नेट से ख़रीदते थे जो की पाकिस्तान और रुस से ख़रीदे जाते थे। इस पाकिस्तानी और रूसी सॉफ्टवेयर में टिकट बुकिंग की कई प्रक्रिया को करने की ज़रूरत नहीं होती थी। जब आम ग्राहक ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं तो उन्हें 6 लोगों के नाम, केपचा भरना, पेमेंट के समय OTP भरने की प्रक्रिया होती है, जिसमें समय लगता है और कुछ मिनटों के प्रक्रिया के बाद 6 लोगों का टिकट बुक होता है। लेकिन इस पाकिस्तानी और रूसी सॉफ्टवेयर से एक बार में 144 लोगों के लिए रिज़र्व टिकट बुक हो जाते रूस दलालों थे और केपचा या OTP भरने की ज़रूरत नहीं होती है। इसी कन्फ़र्म टिकट के लिए दलाल मनचाही क़ीमत पर ज़रूरतमंद यात्रियों को बेचते थे।
फर्जी वर्चुअल नंबर और फर्जी यूजर आईडी भी देते थे
ये आरोपी लोगों को आईआरसीटीसी के फर्जी वर्चुअल नंबर और फर्जी यूजर आईडी प्रदान करने के साथ-साथ सोशल मीडिया यानी टेलीग्राम, व्हाट्सएप आदि का उपयोग करके इन अवैध सॉफ्टवेयरों के विकास और टिकट बिक्री में शामिल थे। इन आरोपियों के पास नकली आईपी पते बनाने वाले सॉफ्टवेयर थे, जिनका इस्तेमाल ग्राहकों पर प्रति आईपी पते की सीमित संख्या में टिकट प्राप्त करने के लिए लगाए गए प्रतिबंध को दूर करने के लिए किया जाता था। उन्होंने डिस्पोजेबल मोबाइल नंबर और डिस्पोजेबल ईमेल भी बेचे हैं, जिनका उपयोग आईआरसीटीसी की फर्जी यूजर आईडी बनाने के लिए ओटीपी सत्यापन के लिए किया जाता है।
ह्यूमन इंटेलिजेंस द्वारा डिजिटल इनपुट के आधार पर दी गई जानकारी के आधार पर आरपीएफ की टीम ने राजकोट के मन्नान वाघेला (ट्रैवल एजेंट) को पकड़ने में सफलता हासिल की, जो बड़ी मात्रा में रेलवे रूस दलालों टिकटों को हथियाने के लिए अवैध सॉफ्टवेयर यानी कोविड-19 का उपयोग रूस दलालों कर रहा था। इसके अलावा, एक अन्य व्यक्ति कन्हैया गिरी (अवैध सॉफ़्टवेयर कोविड-एक्स, एएनएमएसबीएसीके, ब्लैक टाइगर आदि के सुपर विक्रेता) को वाघेला द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर मुंबई से गिरफ्तार किया गया है।
Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध 142 DAYS, रूस के हमले जारी
- नई दिल्ली,
- 16 जुलाई 2022,
- अपडेटेड 7:57 AM IST
Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध का आज 142वां दिन है. पिछले करीब 5 महीनों से रूस यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. रूस ने यूक्रेन के विनित्सिया शहर पर मिसाइल से हमला किया. मिसाइल हमले में 23 लोगों की मौत जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. यूक्रेन की स्टेट इमरजेंसी सर्विस (एसईएस) ने हमले की पुष्टि की है.देखिए Russia Ukraine War Update.
हाइलाइट्स
इन सॉफ्टवेयरों से IRCTC साइट में लॉगइन के लिए कैप्चा की जरूरत नहीं पड़ती
पाकिस्तान और रूस के सॉफ्टवेयर से एक साथ IRCTC की 24 IDs का इस्तेमाल
इन साॅफ्टवेयरों की मदद से दलाल एक बार में 144 सीटों की बुकिंग कर सकते हैं
मुंबईः भारत में बैठे दलाल पाकिस्तानी और रूसी सॉफ्टवेयरों की मदद से रेल टिकटों की कालाबाजारी कर रहे हैं. ये विदेशी सॉफ्टवेयर को किराये पर चलाते हैं, इसके एवज में डेवलपर्स को सालाना लाखों का भुगतान क्रिप्टोकरंसी में करते हैं. विदेशी सॉफ्टवेयर इतने ताकतवर होते हैं कि आईआरसीटीसी वेबसाइट की सिक्योरिटी को चंद सेकेंड में तोड़कर कन्फर्म टिकट बुक कर लेते हैं. वहीं, रेलवे की टिकट बुकिंग साइट पर विजिट करने वाले आम आदमी को वेटिंग टिकट से संतोष करना पड़ता है. रेलवे सुरक्षा बल ने अभियान चलाकर 8 मई, 2022 को राजकोट के मन्नान बाघेला को टिकट की कालाबाजारी करने के मामले में गिरफ्तार किया था.