फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है

Forex Trading In India In Hindi? फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है?|Currency Trading In India In Hindi?
हेलो फ्रेंड्स, आज के इस ब्लॉग फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है पोस्ट(Forex Trading In India In Hindi) में मैं आपको Currency trading के बारे में हिंदी में बताने जा रहा हूँ | Currency trading को हम forex trading भी बोलते है जिसका फुल फॉर्म होता है Foreign exchange |
आमतौर पर यह देखा गया है कि जो भी इंडियन इंवेस्टर्स होते है वो Currency trading(Forex Trading In India In Hindi) में ज्यादा इंटरेस्ट नहीं लेते है और बहुत ही कम लोग Currency trading में इन्वेस्ट करते है | ज्यादातर लोगो का मानना है कि यह ट्रेडिंग rich लोगो के लिए है | पर actual में ऐसा कुछ भी नहीं है |
बल्कि अगर देखा जाये तो सभी आम लोग इस Currency trading(Forex Trading In India In Hindi) से डायरेक्टली अथवा indirectly जुड़े हुए है | इंडिया में जो Currency trading की जाती है वो generally Currency derivatives के जरिये कि जाती है जैसे कि forex spot , forwards , future contracts |
पर इंडिया में बहुत ही काम लोगो को इस Currency trading(Forex Trading In India In Hindi) के बारे आईडिया है | नहीं तो बहुत से लोग तो जानते भी नहीं कि Currency trading से कैसे पैसे बनाये जा सकते है | और इंडिया में जायदातर ट्रेडर्स बस intraday और delivery ट्रेडिंग तक ही सीमित रहते है |
तो चलिए इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हम आपको Currency trading अथवा forex trading(Forex Trading In India In Hindi) के बारे में विस्तृत जानकारी देने कि कोशिश करेंगे |
Currency trading अथवा forex (Foreign exchange) trading क्या होती है?
Foreign exchange एक ऐसा market होता है जहाँ पर सभी national Currency को ख़रीदा और बेचा जाता है | यहाँ पर हम किसी भी एक country के करेंसी पर भाव लगाते है किसी और कंट्री के oposite और उस करेंसी के भाव बढ़ने पर हमें प्रॉफिट होता है और भाव घटने पर हमें loss होता है | तो यह होता है सीधा साधा फंडा Currency trading का |
Currency trading से आप कैसे पैसे बना सकते हो ?
चलिए आपको यहाँ पर एक example दे कर समझाते है| मान लीजिये आप के पास 100000 रुपया है और आप अपनी किस्मत Currency trading में आजमाना चाहते है | तो सबसे पहले आप अपने यह पैसे अपने ट्रेडिंग अकाउंट में डाल देते है |
Currency ट्रेड़िंग हमेशा Currency के pair में कि जाती है जैसे कि मान लीजिये आप रूपए/dollar में Currency trading करना चाहते है | और आप ने predict किया कि रुपया के मुकाबले डॉलर का भाव एक महीने में 72 .50 हो जियेगा जो कि अभी 70 .60 चल रहा है |
कहने का मतलब कि आपने डॉलर की मजबूती पर पैसा लगाया | और यहाँ पर आपके अकाउंट में 100000 रुपया थे जिससे आपने 2500000 के लॉट्स ख़रीदे (25x) मार्जिन के जरिये|
अब अगर आपका prediction सही रहता है और डॉलर का भाव 72 .50 चला जाता है तो फिर यहाँ पर आपको बहुत सारा प्रॉफिट हो जाता है | जो भी भाव का अंतर होता है उस हिसाब से | और अगर prediction गलत हो जाता है तो आप को एक बड़ा loss भी उठाना पद सकता है | इसलिए ट्रेड़िंग करते टाइम stop loss जरूर लगाइये|
India में आप forex trading कैसे start कर सकते है ?
देखिये forex trading का मूल सिद्धांत है कि Currency को pairs में खरीदना और बेचना और Foreign exchange में Currency exchange rate के अंतर से प्रॉफिट कमाना | तो अगर आप सही में forex trading में पैसा बनाना चाहते है तो आपको एक बहुत सही prediction करना पड़ेगा foreign exchange money movement का |
और सबसे जरुरी बात आपका एक SEBI regostered stock broker में अकाउंट होना चाहिए जैसे कि motilal oswal | वैसे आज कल लगभग सभी popular stock broker यह Currency trading की facility प्रोवाइड करते है | और यह ब्रोकर आपको इस Currency trading segments के अंदर और भी बहुत सारी अलग अलग facility प्रोवाइड कर सकते है जैसे कि बहुत ज्यादा margin levrage |
क्या इंडिया में cross Currency trading allowed है ?
हाँ इंडिया में cross Currency trading allowed है | गोवेर्मेंट के द्वारा तीन क्रॉस करेंसी pairs में आप ट्रेडिंग कर सकते है | जैसे कि (EUR/USD); (GBP/USD) and (USD/JPY)|
इंडिया में आप legaly फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है कैसे forex trading कर सकते हो?
यह बहुत ही सरल है बस आपके पास कोई एक stock broker जो कि SEBI में रजिस्टर्ड हो पर अकाउंट होना चाहिए | फिर आप आराम से forex trading का लुफ्त उठा सकते है |
फोरेक्स ट्रेडिंग के लिए कौन सा broker अच्छा है India के अंदर?
वैसे तो बहुत सारे ब्रोकर आपको यह Currency trading की facility प्रोवाइड करते है | पर यहाँ पर आपको यह देखना है कि किस ब्रोकर का brokerage फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है charge बहुत काम है और कौन सा ब्रोकर आपको ज्यादा मार्गीण levrage दे रहा है Currency trading पर |
इंडिया के अंदर सबसे ज्यादा ट्रेड किये जाने वाला Currency pair कौन सा है ?
इंडिया के अंदर सबसे ज्यादा पॉपुलर Currency pair है USD /INR |
forex market का कैपिटल साइज कितना है अथवा फोरेक्स फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है मार्किट का टर्नओवर कितना है ?
forex market जो है वो दुनिया का सबसे ज्यादा liquid बाजार है | यहाँ पर रोज का एवरेज टर्नओवर है 6 .6 trillion उस dollar |
Is currency trading legal in India?| क्या इंडिया में करेंसी ट्रेड़िंग लीगल है ?
वैसे तो इंडिया में forex trading platform banned है जिससे आप डायरेक्ट foreign exchange में जा कर ट्रेड नहीं कर सकते है पर आप stock broker की मदद से स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है forex trading कर सकते है |
आप share market से जुड़े हुए कुछ और अच्छे blog नीचे दी हुई ब्लॉग लिंक का उपयोग करके पढ़ सकते है:
Conclusion:
तो दोस्तों इस ब्लॉग पोस्ट(Forex Trading In India In Hindi) में हमने आपको Currency trading के बारे में हिंदी में बताया और विस्तार से फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है समझाया | आशा करता हूँ कि आपको यह बहुत अच्छे से समझ आ गया होगा | Currency trading को हम forex trading भी बोलते है और यहाँ पर forex का मतलब Foreign exchange होता है | यहाँ पर हम कई Currency के pairs में उनके एक्सचेंज रेट के अंतर को ले कर फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है trading करते है | अगर हमारा prediction सही निकलता है तो फिर हमें काफी अच्छा प्रॉफिट हो जाता है | पर यहाँ पर आपको बहुत सोच समझ कर प्रेडिक्शन करना है और हाँ ध्यान से stop loss लगाना है क्योकि अगर prediction आपके favour में नहीं गया तो आप ज्यादा loss खाने से बच जाये |
इस ब्लॉग(Forex Trading In India In Hindi) को लेकर आपके मन में कोई भी प्रश्न है तो आप हमें इस पते [email protected]पर ईमेल लिख सकते है|
आशा करता हूँ, कि आपने इस पोस्ट Forex Trading In India In Hindi को खूब एन्जॉय किया होगा|
आप स्वतंत्रता पूर्वक अपना बहुमूल्य फीडबैक और कमेंट यहाँ पर दे सकते है|Forex Trading In India In Hindi|
Anurag
I am a blogger by passion, a software engineer by profession, a singer by consideration and rest of things that I do is for my destination.
Indore Crime News: फोरेक्स ट्रेडिंग घोटाला, आरोपितों को दिल्ली-जबलपुर ले जाएगी एसआइटी
Indore Crime News: कुछ फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं जिनकी फर्जीवाड़ा में शामिल रहने की जानकारी सामने आई है। अतुल ने थाने के सामने स्थित अपोलो प्रिमियम फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है में फोरेक्स ट्रेडिंग की कंपनी खोली थी। ठगी के लिए बनाया गया साफ्टवेयर दिल्ली के अरविंद ने बनाया था।
Indore Crime News: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। 50 करोड़ के फोरेक्स ट्रेडिंग घोटाले में विशेष जांच दल आरोपित अतुल नेतनराव और उसकी पत्नी पारुल नेतनराव से पूछताछ कर रही है। आरोपितों को जबलपुर और दिल्ली ले जाने के लिए रिमांड मांगा गया है। कुछ अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं जिनकी फर्जीवाड़ा में शामिल रहने की जानकारी सामने आई है।
विजय नगर पुलिस के मुताबिक आरोपित अतुल पुत्र एंथोनी नेतनराव और पारुल पति अतुल नेतनवार निवासी पिपरिया जबलपुर 16 अक्टूबर तक रिमांड पर है। अतुल ने थाने के सामने स्थित अपोलो प्रिमियम में फोरेक्स ट्रेडिंग की कंपनी खोली थी। पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को रिमांड पर लिया तो बताया जिस साफ्टवेयर की मदद से करोड़ों ठगे वह दिल्ली के अरविंद ने बनाया था। टीम अब आरोपितों को दिल्ली ले जाएगी। यह भी बताया कि उसने साफ्टवेयर बनाने की एवज में करोड़ों रुपया कमिशन लिया है। इसी तरह आरोपित के घर पिपरिया में भी घोटाले से संबंधित दस्तावेज और उपकरण होने की जानकारी मिली है। टीआइ के मुताबिक अतुल की महिला कर्मचारी मोनिका, सोनिया सहित अनिल बिष्ट, हरदीपसिंह सलूजा और चेतन पहले ही गिरफ्तार हो चुके है। अतुल ने मोनिका और सोनिया को लक्जरी कारें गिफ्ट में दी है।
पत्नी को लेकर दुबई भाग गया था आरोपित
पुलिस के मुताबिक आरोपित ने कर्मचारियों की दुबई में ट्रेनिंग करवाई थी। केस दर्ज होने के बाद भी पारुल को लेकर दुबई भाग गया था। पुलिस ने उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करवा दिया था। जैसे ही वह भारत आया मुंबई एयरपोर्ट अथोरिटी ने कब्जे में ले लिया। पुलिस टीम रवाना हुई और दोनों को इंदौर ले आए। बताते है अतुल ने जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई थी। कोर्ट ने उसे पेश करने के निर्देस दिए थे। वह जमानत अर्जी लगाने के लिए ही स्वंम भारत आया है।
आरबीआई ने जारी की अलर्ट लिस्ट: इन 34 फॉरेक्स ट्रेडिंग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को अवैध घोषित किया
आरबीआई ने 34 विदेशी मुद्रा व्यापार ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की लिस्ट जारी की है. लिस्ट जारी करते हुए आीबीआई ने कहा है कि कोई भी अनधिकृत ईटीपी पर विदेशी मुद्रा लेनदेन न करें
RBI issues alert list
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 11 सितंबर 2022,
- (Updated 11 सितंबर 2022, 2:22 PM IST)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अनाधिकृत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ETPs) से विदेशी मुद्रा लेनदेन को लेकर चेतावनी दी है. आरबीआई ने उन संस्थाओं की एक 'अलर्ट लिस्ट' जारी की है. जो न तो विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (फेमा) के तहत विदेशी मुद्रा में सौदा करने के लिए अधिकृत हैं और न ही अपनी वेबसाइट पर विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म संचालित करने के लिए अधिकृत हैं.
एक विज्ञप्ति में, केंद्रीय बैंक ने कहा कि जारी की गई 'अलर्ट सूची' में ऐसी कंपनियों के नाम है जो आरबीआई द्वारा अधिकृत नहीं हैं. आरबीआई ने बताया कि फेमा के तहत केवल अधिकृत व्यक्तियों के साथ और कुछ उद्देश्यों के लिए ही विदेशी मुद्रा लेनदेन कर सकते हैं. सभी कंपनियों को केवल आरबीआई या मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई), बीएसई लिमिटेड और मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड की तरफ से विदेशी मुद्रा में सौदा अधिकृत ईटीपी पर ही किया जाना चाहिए.
आरबीआई ने कहा कि जनता को एक बार फिर आगाह किया जाता है कि वे अनधिकृत ईटीपी पर विदेशी मुद्रा लेनदेन न करें या इस तरह के अनधिकृत लेनदेन के लिए धन जमा / जमा न करें. आरबीआई की तरफ से प्रतिबंधित 34 विदेशी मुद्रा व्यापार ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की पूरी लिस्ट यहां दी गई है.
फेमा के तहत अनुमत उद्देश्यों के अलावा या आरबीआई की तरफ से अधिकृत नहीं किए गए ईटीपी पर विदेशी मुद्रा लेनदेन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग, जानिए कैसे करते हैं खरीद-बेच, कितना फायदेमंद
जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : May 06, 2021, 09:25 IST
मुंबई. जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं. यह कंपनियों के शेयरों यानी इक्विटी मार्केट की ट्रेडिंग से थोड़ी अलग होती है. कमोडिटी की ट्रेडिंग ज्यादातर फ्यूचर मार्केट में होती है. भारत में 40 साल बाद 2003 में कमोडिटी ट्रेडिंग पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया था.
सामान्य तौर पर, कमोडिटी को चार प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है.
कीमती धातु - सोना, चांदी और प्लेटिनम
बेस मेटल - कॉपर, जिंक, निकल, लेड, टीन और एन्युमिनियम
एनर्जी - क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, एटीएफ, गैसोलाइन
मसाले - काली मिर्च, धनिया, इलायची, जीरा, हल्दी और लाल मिर्च.
अन्य - सोया बीज, मेंथा ऑयल, गेहूं, चना
कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या अलग है
- कमोडिटी ट्रेडिंग और शेयर बाज़ार ट्रेडिंग करने में बुनियादी फर्क है. शेयर बाजार में आप शेयरों को एक बार खरीद कर कई साल बाद भी बेच सकते हैं लेकिन कमोडिटी मार्केट में दो-तीन नियर मंथ में ही कारोबार होता है. इसलिए सौदे खरीदते या बेचने में एक निश्चित अवधि का पालन करना जरूरी होता है. यह इक्विटी फ्यूचर ट्रेडिंग (equity future trading) की तरह होता है.
फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट क्या है -
दो पार्टियों के बीच यह खरीदने बेचने का ऐसा सौदा होता है जो आज के दाम पर फ्यूचर की डेट में एक्सचेंज होता है. कमोडिटी राष्ट्रीय स्तर ऑनलाइन मॉनिटरिंग और सर्विलांस मैकेनिज्म के साथ ट्रेड होता है. एमसीएक्स और एनसीडीएक्स में कमोडिटी फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट एक महीने, दो महीने और तीन महीने के लिए एक्सापाइरी सायकल के आधार पर खरीदे जाते हैं.
पोर्टफोलियो में विविधता के लिए कमोडिटी में निवेश फायदेमंद -
विशेषज्ञों के मुताबिक पोर्टफोलियों में विविधता के लिए निवेशक को इक्विटी के साथ साथ कमोडिटी में भी निवेश करना चाहिए. इससे कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा लिया जा सकता है. हालांकि, रिटेल और छोटे निवेशकों को कमोडिटी में निवेश में विशेष सावधान होना चाहिए. बाजार की अस्थिरता और कम जानकारी पूरा पैसा डूबा सकती है. निवेशकों को इसमें डिमांड सायकल और कौन से कारक कमोडिटी बाजार को प्रभावित करते हैं यह जानना जरूरी होता है.
कमोडिटी ट्रेडिंग फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है से फायदा -
भारत में 25 लाख करोड़ रुपए सालाना का कमोडिटी मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. यह मुख्यत लिवरेज मार्केट होता है. मतलब छोटे और मध्यम निवेशक भी छोटी सी राशि से मार्जिन मनी के जरिये कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं.
हेजिंग -
किसानों, मैन्युफैक्चरर और वास्तविक उपयोगकर्ताओं के लिए कमोडिटी के दाम में उतार चढ़ाव का रिस्क कम हो जाता है.
पोर्टफोलियों में विविधता -
कमोडिटी एक नए एसेट क्लास के रुप में विकसित हो रही है. यह पोर्टपोलियों में प्रभावी विविधता लाती है.
ट्रेडिंग अपॉरच्यूनिटी -
कमोडिटी का डेली टर्नओवर लगभग 22,000 - 25,000 करोड़ रुपए है, जो एक बेहतर ट्रेडिंग अपॉर्च्यूनिटी उपलब्ध कराती है.
हाई लिवरेज -
इसमें बहुत कम पैसे में आप मार्जिन मनी के सहारे बड़े सौदे कर सकते हैं.
समझने में आसानी-
कमोडिटी के बेसिक नेचर और सिंपल इकोनॉमिक फंडामेंटल की वजह से इसे समझना भी आसान होता है
इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज का क्या है रोल -
इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज वह संस्था है जो कमोडिटी फ्यूचर में ट्रेडिंग के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती है. जैसे स्टॉक मार्केट इक्विटी में ट्रेडिंग के लिए स्पेस उपलब्ध कराता है. वर्तमान में फ्यूचर ट्रेडिंग के लिए 95 कमोडिटी उपलब्ध है जो रेगुलेटर फॉर्वर्ड मार्केट कमिशन ( एफएमसी) द्वारा जारी गाइडलाइन और फ्रेमवर्क के अंदर हैं. भारत फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है में 3 नेशनल और 22 क्षेत्रिय एक्सचेंज अभी काम कर रहे हैं.
एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) क्या है -
एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) द्वारा सुगम कमोडिटी मार्केट में कमोडिटी का कारोबार अक्सर एमसीएक्स ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है. जिस प्रकार बीएसई और एनएसई स्टॉक में कारोबार के लिए मंच प्रदान करते हैं, वैसे ही एमसीएक्स कमोडिटी में कारोबार के लिए एक मंच प्रदान करता है. इसमें कारोबार मेजर ट्रेडिंग मेटल और एनर्जी में होती है. इसमें रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम 17,000-20,000 करोड़ है.
एनसीडीएक्स-
यह दिसंबर 2003 में अस्त्तिव मे आया. इसमें मुख्यत एग्री ट्रेडिंग होती है. रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम लगभग 2000 - 3000 करोड़.
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