ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और टूल

क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट

क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट
हालांकि, भारतीय निवेशक इससे काफी हद तक बचे रहे हैं जबकि बहामास का एफटीएक्स बाजार लोगों द्वारा बिकवाली के बाद दिवालिया हो गया है. भारत में आरबीआई पहले दिन से ही क्रिप्टोकरेंसी का विरोध कर रहा है, जबकि सरकार शुरू में एक कानून लाकर ऐसे माध्यमों को विनियमित करने का विचार कर रही थी. हालांकि, सरकार बहुत विचार-विमर्श के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि वर्चुअल मुद्राओं के संबंध में वैश्विक सहमति की आवश्यकता है क्योंकि ये सीमाहीन हैं और इसमें शामिल जोखिम बहुत अधिक हैं.

Cryptocurrency में 30% तक गिरावट के बाद जोरदार उछाल लेकिन विशेषज्ञ दे रहे हैं निवेश नहीं करने की सलाह, जानिए क्यों

Written by: Alok Kumar @alocksone
Updated on: January 23, 2022 16:15 IST

बिटकॉइन - India TV Hindi

Photo:FILE

Highlights

  • 29,000 हजार डॉलर से नीचे बिटकॉइन का भाव आने का अनुमान लगा रहे हैं विशेषज्ञ
  • नवंबर, 2021 में उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट का दौर जारी
  • लंबी अवधि के लिए निवेश करने की सलाह दे रहे हैं विशेषज्ञ छोटे निवेशकों को

नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी में बीते 24 घंटे में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। बिटकॉइन समेत तमाम दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में शानिवार को 10% से लेकर 30% की बड़ी गिरावट के बाद रविवार को जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। बिटकॉइन, एथेरियम, टेरा, पोल्काडॉट समेत दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में खबर लिखे जाने तक 5% से लेकर 25% तक की तेजी दर्ज की जा रही थी। हालांकि, इसके क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट बाबजूद वित्तीय विशेषज्ञ छोटे और छोटी अ​वधि के निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश नहीं करने की सलाह दे रहे हैं। उनका मानना है कि आने वाले दिनों में क्रिप्टो बाजार में और बड़ी गिरावट आने की आशंका है। इसके चलते क्रिप्टोकरेंसी में ब्लूचिप मानी जाने वाली करेंसी बिटकॉइन की कीमत 29,000 हजार डॉलर के नीचे जा सकती है। अगर, बिटकॉइन में इतनी बड़ी गिरावट आती है तो दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का सहज अनुमान लगाया जा सकता है क्योंकि बिटकॉइन की चाल पर ही दूसरी करेंसी निर्भर करती है।

छोटी अवधि के लिए बिल्कुल निवेश नहीं करें

फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी फिनवे एफएससी के फाउंडर और सीईओ रचित चावला ने इंडिया टीवी को बताया कि मौजूदा दौर में जिस तरह के हालात क्रिप्टोकरेंसी को लेकर है उसको देखते इसमें बड़े उतार-चढ़ाव की संभवना है। चीन के बाद अब रूस सेंट्रल बैंक ने Cryptocurrency पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया है। बैंक ने कहा है ये काफी ज्यादा वोलेटाइल है और इसका यूज गलत कारणों में ज्यादा किया जाता है। इससे क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट देश की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी को खतरा है। भारतीय स्टेट बैंक भी इसी तरह की बात कह रहा है। अगर भारत में भी सख्ती बढ़ती है तो आने वाले दिनों में बिटकॉइन 29,000 हजार डॉलर के नीचे चला जा सकता है। वैसे भी बिटकॉइन अपने क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट उच्च्तमर स्तर करीब 62 हजार डॉलर से करीब 50% टूट चुका है। ऐसे में मैं निवेशकों को सलाह देता हूं कि वो क्रिप्टोकरेंसी से मौजूदा समय में दूरी बनाकर रखें। अगर निवश करना ही है तो क्रिप्टोकरेंसी में ब्लूचिप मानी जाने वाली करेंसी बिटकॉइन और एथरियम आदि में लंबी अवधि का लक्ष्य लेकर निवेश करें। लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न मिलने की पूरी उम्मीद है।

क्या फिर कभी बढ़ेगी क्रिप्टो करेंसियों की कीमत? जानिए क्या है एक्सपर्ट की राय

क्या फिर कभी बढ़ेगी क्रिप्टो करेंसियों की कीमत? जानिए क्या है एक्सपर्ट की राय

सांकेतिक फोटो: फाइल

अगर आप भी एक क्रिप्टो निवेशक है तो आपके मन में एक सवाल जरुर आता होगा, क्या आने वाले समय में फिर कभी क्रिप्टो करेंसियों की इजाफा होगा? पिछले दो हफ्ते में वैश्विक क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट हुई है और लगभग सभी बड़ी क्रिप्टो करेंसियों के भाव 2022 के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। वहीं, दुनिया की टॉप क्रिप्टो करेंसी में गिनी जाने वाली लूना (Luna) का भाव तो करीब शून्य हो गया है।

क्रिप्टो करेंसियों की कीमत में हुई बड़ी गिरावट को एक्सपर्ट्स अब तक की सबसे बड़ी गिरावट नहीं मान रहे हैं उनका कहना है कि क्रिप्टो मार्केट में इससे पहले भी कई बड़ी गिरावट हो चुकी है।

Cryptocurrency Price Update: शेयर बाजार के बाद क्रिप्टो मार्केट में भी बड़ी गिरावट

Bitcoin Price Crash: शेयर बाजार (Share Market) के साथ ही क्रिप्टोकरेंसी बाजार (Cryptocurrency Market) में भी गिरावट देखी जा रही है. बिट्कॉइन (Bitcoin) 20,000 डॉलर के नीचे जा फिसला है. दरअसल अमेरिकी फेड रिजर्व ( US Federal Reserve) के मुखिया Jerome Powell के ब्याज दरों में भारी बढ़ोतरी करने वाले बयान के बाद बिट्कॉइन 20,000 डॉलर के नीचे जा लुढ़का है.

क्यों गिरा बिट्कॉइन
दरअसल अमेरिका में महंगाई दर ( Inflation Rate) के आंकड़ों में उछाल के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व ( US Federal Reserve) द्वारा ब्याज दरें महंगा किए जाने की संभावना जताई जा रही है. यही वजह है कि दुनियाभर के शेयर बाजारों से लेकर क्रिप्टकरेंसी ( Cryptocurrency) में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है. कई जानकार क्रिप्टोकरेंसी के 10,000 डॉलर के लेवल तक गिरने की भविष्यवाणी कर रहे हैं.

Crypto Crash: BitCoin में भारी गिरावट से तिहाई रह गए भाव, टॉप 10 क्रिप्टो में सिर्फ दो में खरीदारी का रुझान

Crypto Crash: BitCoin में भारी गिरावट से तिहाई रह गए भाव, टॉप 10 क्रिप्टो में सिर्फ दो में खरीदारी का रुझान

बिटक्वाइन के भाव रिकॉर्ड हाई से तिहाई के करीब ही रह गए हैं. (Image- Pixabay)

Crypto Crash: दुनिया भर के शेयर बाजारों में भारी बिकवाली का दबाव बना हुआ है. घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट और निफ्टी 50 (Nifty 50) भी औंधे मुंह गिर पड़े हैं. वहीं दूसरी तरह बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टोकरेंसीज की भी स्थिति बेहतर नहीं है और इसके भाव रिकॉर्ड स्तर से करीब तिहाई ही रह गए हैं. मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन के भाव 22 हजार डॉलर के नीचे फिसल गए हैं और आज (14 जून) एक बार तो यह 21 हजार के भी नीचे फिसल चुका था. महज एक दिन में ही बिटक्वाइन में निवेशकों की पूंजी करीब 14 फीसदी साफ हो चुकी है. अन्य क्रिप्टो के भी हाल बेहतर नहीं कहे जा सकते हैं और सबमें भाव नीचे फिसल रहे हैं.

रिकॉर्ड स्तर से तिहाई रह गए भाव

पिछले साल नवंबर 2021 में एक बिटक्वाइन की कीमत 69 हजार डॉलर हो गई थी जो इसका रिकॉर्ड ऊंचा भाव है. हालांकि इसकी मजबूती कायम नहीं रह सकी. क्वाइनडेस्क पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक इसका पिछले 24 घंटे के भीतर निचला स्तर 20,834.50 डॉलर है जो रिकॉर्ड हाई से तिहाई से भी कम है.

ये IPO बना ‘ब्‍लॉकबस्‍टर’, पैसा लगाने वालों की दोगुनी हो सकती है दौलत, झुनझुनवाला फैमिली के पास 3.91 करोड़ शेयर

Stocks in News: Lupin, SJVN, Biocon, Policybazaar समेत ये शेयर रहेंगे फोकस में, इंट्राडे में दिख सकता है एक्‍शन

Cryptocurrency: क्रिप्टो ने डुबाया, करोड़ों रुपया स्वाहा! भारत पर कितना पड़ेगा असर?

Bitcoin Down: भारतीय निवेशक इससे काफी हद तक बचे रहे हैं जबकि बहामास का एफटीएक्स बाजार लोगों द्वारा बिकवाली के बाद दिवालिया हो गया है. भारत में आरबीआई पहले दिन से ही क्रिप्टोकरेंसी का विरोध कर रहा है, जबकि सरकार शुरू में एक कानून लाकर ऐसे माध्यमों को विनियमित करने का विचार कर रही थी.

alt

5

alt

6

alt

रेटिंग: 4.80
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 622
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *