जानिए NFT दुनिया के क

NFT और Metaverse के लिए Google सर्च ट्रेंड में लगातार आ रही गिरावट! ये है वजह .
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की गिरावट का एक कारण इसकी सख्त रेगुलेशन भी रहा है.
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की गिरावट का एक कारण इसकी सख्त रेगुलेशन भी रहा है.
खास बातें
- एनएफटी मार्केट प्लेस OpenSea के लिए सबसे अच्छा महीना रहा जनवरी।
- NBA Top Shot एनएफटी में पिछले हफ्ते से 26% की गिरावट आ चुकी है।
- पॉपुलर प्ले-टू-अर्न प्रोजेक्ट Axie Infinity में 15% की गिरावट आ चुकी है।
मेटावर्स (Metaverse) और एनएफटी (NFT) को 2021 के अंत तक आते आते खूब पॉपुलरिटी मिली. लेकिन वर्तमान में वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के चलते दोनों ही प्रोजेक्ट्स में लोगों की रूचि कम होने लगी है. Google Trends के आंकड़ें बताते हैं कि मेटावर्ट और नॉन फंजीबल टोकन (NFT) पिछले साल के सबसे अधिक सर्च किए जाने वाले टॉपिक्स में से थे. लेकिन 2022 में इनका सर्च वॉल्यूम तेजी से नीचे गिर रहा है. इसी तरह दूसरे मैट्रिक्स जैसे ट्रेडिंग वॉल्यूम और क्रिप्टो प्राइस चार्ट से संबंधित सर्च भी इसी दिशा में तेजी से नीचे जा रही हैं.
CryptoPotato की एक रिपोर्ट बताती है, रिटेल संबंधी जानकारी के लिए जानिए NFT दुनिया के क Google Trends के आंकड़ों पर भरोसा किया जा सकता है और 'metaverse' शब्द के लिए सर्च क्वाइरी अक्टूबर 2021 के सर्च लेवल तक गिर गई है. यह उससे पहले का स्तर है जब Facebook ने अपने नाम को Meta में रीब्रांड करने का फैसला किया था.
नॉन फंजीबल टोकन या एनएफटी के लिए भी यही संकेत मिल रहे हैं. एनएफटी रिसोर्स NonFungible के अनुसार, एनएफटी के लिए ट्रेड वॉल्यूम हर हफ्ते नीचे गिरता जा रहा है. इंडस्ट्री डेटा बताता है कि एक नॉन फंजीबल टोकन का औसत सेलिंग प्राइस 2022 की शुरुआत में इसके सबसे उच्चतम स्तर $6,900 (लगभग 5.3 लाख रुपये) से गिरकर $2,000 (लगभग 1.5 लाख रुपये) पर आ गया है.
सबसे बड़े एनएफटी मार्केट प्लेस OpenSea के लिए सबसे अच्छा महीना जनवरी का रहा था. उसके बाद से महामारी और ग्लोबल टेंशन के चलते प्राइस धीरे धीरे नीचे आना शुरू हो गए जिसने क्रिप्टो मार्केट को व्यापक रूप से प्रभावित किया. रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से कीमतों गिरावट केवल बढ़ी ही है.
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की गिरावट का एक और कारण इसकी सख्त रेगुलेशन भी रहा है. अमेरिकी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमिशन एनएफटी क्रिएटर्स और मार्केटप्लेस की जांच पड़ताल में लगा है, ये देखने के लिए कि कोई ऐसेट एजेंसी के नियमों के विरुद्ध तो नहीं जा रहा.
DappRadar डेटा ट्रैकर बताता है कि सबसे ज्यादा पॉपुलर ब्रांड्स की सेल भी तेजी से गिर रही हैं. NBA Top Shot एनएफटी में पिछले हफ्ते से 26% की गिरावट आ चुकी है. जबकि पॉपुलर प्ले-टू-अर्न प्रोजेक्ट Axie Infinity में 15% की गिरावट आ चुकी है. हालांकि कुछ ऐसे एनएफटी भी हैं जिनकी सेल्स में जबरदस्त उछाल आया है. Bored Ape Yacht Club एनएफटी की सेल्स पिछले एक हफ्ते में 59 प्रतिशत बढ़ गई है जबकि CryptoPunk की सेल्स इसी अवधि के दौरान 118% बढ़ गई हैं. ट्रेंड्स भले ही कुछ एनएफटी और मेटावर्स के लिए गिरावट के संकेत दे रहे हैं लेकिन यूक्रेन रूस युद्ध के शुरू होने के बाद से बिटकॉइन की वैल्यू में बढ़ोत्तरी हुई है और निवेशकों ने बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी को ऐसेट स्टोरेज के लिए सुरक्षित स्थान के जानिए NFT दुनिया के क रूप में पहचाना है.
The Greater Fool Theory: क्या है ग्रेटर फूल थ्योरी ? बिल गेट्स ने क्यों की क्रिप्टोकरेंसी से इसकी तुलना?
Greater fool theory Explainer: दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स बिल गेट्स Bill Gates ने क्रिप्टो करेंसी और नॉन फंजिबल टोकन्स (NFT) में निवेश करने को मूर्खतापूर्ण कदम करार दिया है.
बिल गेट्स
अपूर्वा राय
- नई दिल्ली,
- 16 जून 2022,
- (Updated 16 जून 2022, 11:28 AM IST)
भारत के लाखों निवेशकों ने बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में किया है करोड़ों रुपये का निवेश
बिल गेट्स ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने को मूर्खतापूर्ण कदम कहा
डिजिटल करंसी क्रिप्टो और एनएफटी को दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स बिल गेट्स Bill Gates ने बकवास बताया है. गेट्स ने क्रिप्टो करेंसी और नॉन फंजिबल टोकन्स (NFT) में निवेश करने को मूर्खतापूर्ण कदम करार दिया है. गेट्स शुरू से ही क्रिप्टो करेंसी के आलोचक रहे हैं. उनका मानना है कि वे ऐसी चीजों में पैसा लगाना पसंद जानिए NFT दुनिया के क करेंगे जिसका कोई वैल्यूएबल आउटपुट हो. डिजिटल एसेट्स पर बिल गेट्स को बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. वे इनकी तुलना ग्रेटर फूल थ्योरी से करते हैं.
क्या है ग्रेटर फूल थ्योरी
यहां लोग बिना किसी कारण के महंगे दाम में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (NFTs) खरीदते हैं और उसे किसी दूसरे अमीर शख्स को बेच देते है इसे ही ग्रेटर फूल थ्योरी कहते हैं. आसान भाषा में समझें तो ग्रेटर फूल थ्योरी यह बताती है कि बाजार में हमेशा एक "बड़ा मूर्ख" होता है जो पहले से ही अधिक मूल्य वाली संपत्ति को और अधिक कीमत चुकाकर खरीद लेता है.
क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आज उछाल
नवंबर 2021 में ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप 2.9 लाख करोड़ डॉलर के पीक पर था. अमेरिका में महंगाई बढ़ने से क्रिप्टोकरेंसीज की कीमत प्रभावित हुई है. लगातार गिरावट के बाद आज ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप (Global Crypto Market Cap) लगभग 3.56 फीसदी के उछाल के साथ 954 बिलियन डॉलर पर है.
भारत में बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज
भारत में तेजी से क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ता जा रहा है. भारत में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से होने वाली आय पर 30 फीसदी टैक्स लगाया गया है. इतना ही नहीं जो निवेशक क्रिप्टोकरेंसी को मुनाफे में नहीं भी बेचते हैं उन्हें भी टैक्स चुकाना होगा. गिफ्ट में दिए गए क्रिप्टो पर भी टैक्स लगाया गया है. हालांकि भारत में क्रिप्टो को कानूनी दर्जा नहीं मिला है. रिजर्व बैंक बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी का विरोध करता रहा है. बावजूद इसके भारत के लाखों निवेशकों ने बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में करोड़ों रुपये का निवेश किया हुआ है.
NFT मार्केट में शानदार तेजी जानिए NFT दुनिया के क के बाद अब देखी जा सकती है गिरावट: एक्सपर्ट
NFT Market: पारंपरिक आर्ट की तुलना में डिज़िटल कलेक्शन खरीदना और रखना टिकाऊ उपाय नहीं है, तो कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि NFT मार्केट में गिरावट भविष्य के लिहाज से अच्छी खबर है. जनवरी 2022 में NFT सेल करीब $5 बिलियन (करीब 42,598 करोड़ रुपये) पर पहुंच गई है.
NFT मार्केट ट्रैकर CryptoSlam के अनुसार करीब 6,35,000 लोगों ने पिछले महीने औसतन 427 डॉलर में एनएफटी खरीदा, जो जनवरी में 948,000 लोगों के साथ औसत वैल्यू के मामले में 659 डॉलर था.
शुरुआत में NFT में ज्यादा रुचि
कई रिपोर्ट के मुताबिक मियामी स्थित डिजिटल आर्ट कलेक्टर पाब्लो रोड्रिग्ज-फ्रैले ने कहा, " पिछले साल हमारे पास NFT को लेकर जो उत्साह और रुचि थी, वह अब नहीं है." उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमने कुछ ऐसा हासिल किया जो टिकाऊ नहीं था." उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पिछले कुछ हफ्तों में NFT सेल्स में थोड़ी वृद्धि जरूर हुई है.
रूस-युक्रेन युद्ध का असर
NFT रिसर्च फर्म DappRadar के निदेशक (फाइनेंस और एनालिटिक्स) मोडेस्टा मासोइट ने कहा कि NFT मार्केट गिरावट में नहीं था, बल्कि इसमें आई जबरदस्त तेजी के बाद यह कंसोलिडेट कर अपनी स्थिति को मजबूत बना रहा था. उनका मानना है कि फरवरी के अंत में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद निवेशक सावधानी बरत रहे हैं और इस वजह से सेल्स में गिरावट आ सकती है.
दुनिया का सबसे बड़ा NFT मार्केटप्लेस ओपेनसी हुआ हैक, यूजर्स ने गंवाए करोड़ों रुपये के NFTs
दुनिया का सबसे बड़ा नॉन-फंजिबल टोकेन्स (NFT) प्लेटफॉर्म ओपेनसी हैक होने का मामला सामने आया है। ओपेनसी ने कन्फर्म किया है कि इसपर हुए फिशिंग अटैक में कम से कम 32 यूजर्स ने 17 लाख डॉलर (करीब 12 करोड़ रुपये) कीमत के NFTs गंवा दिए हैं। ओपेनसी के को-फाउंडर और CEO डेविन फिंजर ने बताया है इन फिशिंग अटैक्स की बात स्वीकार की है और यूजर्स को हुए नुकसान की जानकारी भी दी है।
पिछले अफवाहों पर CEO ने दी सफाई
ओपेनसी CEO ने बताया है कि प्लेटफॉर्म पर 20 करोड़ डॉलर की हैकिंग होने से जुड़ी अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा, "अटैक करने वाले के वॉलेट में 17 लाख डॉलर मूल्य के ईथेरम हैं, जो उसने चोरी किए गए NFTs बेचकर जुटाए हैं।" दरअसल, ओपेनसी प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को नुकसान पहुंचने और इसकी हैकिंग होने से जुड़ी खबरें और अफवाहें लंबे वक्त से सामने आ रही थीं।
अटैक में हुआ यूजर्स के लीक डाटा का इस्तेमाल
NFT मार्केटप्लेस की ओर से अब तक इस साइबर अटैक की गंभीरता और प्रभाव का अंदाजा नहीं लगाया जा सका है। वहीं, ब्लॉकचेन इन्वेस्टिगेटर पीकशील्ड ने कहा कि उन्हें शक है कि लीक हुआ यूजर्स डाटा इस फिशिंग अटैक के लिए जिम्मेदार है। NFT मार्केटप्लेस ने लिखा, "हम ओपेनसी से जुड़ी स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स का फायदा उठाए जाने से जुड़ी अफवाहों की जांच कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि फिशिंग अटैक ओपेनसी की वेबसाइट के बाहर से किया गया।"
प्लेटफॉर्म ने की थी स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट अपग्रेड की घोषणा
ओपेनसी की ओर से हाल ही में एक नए स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट अपग्रेड की घोषणा की गई थी, जिसके बाद हैकिंग का मामला सामने आया है। इसके साथ इनऐक्टिव NFTs को डीलिस्ट करने के लिए एक सप्ताह का समय यूजर्स को दिया गया था। स्मार्ट अपग्रेड के लिए यूजर्स को अपने लिस्टेड NFTs को ETH ब्लॉकचेन से नए स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट पर माइग्रेट करना था, तभी सक्रिय हुए अलग-अलग सोर्सेज ने NFTs को अटैक का शिकार बनाया।
CEO को मेसेज भेजें हैक का शिकार जानिए NFT दुनिया के क हुए यूजर्स
ओपेनसी CEO ने कहा है कि फिशिंग अटैक का शिकार हुए यूजर्स उन्हें माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर डायरेक्ट मेसेज भेज सकते हैं। उन्होंने कहा, "हमें नहीं लगता कि फिशिंग अटैक्स किसी भी तरह ओपेनसी की वेबसाइट से जुड़े हैं। सामने आया है कि अब तक 32 यूजर्स के पेलोड्स और उनके कुछ NFTs अटैकर के हाथ लगे हैं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये है।" इस अटैक से साथ प्लेटफॉर्म के सुरक्षित होने पर भी सवाल उठ रहे हैं।
नॉन-फंजिबल टोकन्स ऐसे करते हैं काम
NFTs दरअसल ऐसे टोकन होते हैं, जिनकी कोई दूसरी कॉपी नहीं होती। जैसे सामान्य लेनदेन करने के लिए कागजी दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है, NFTs के रिकॉर्ड्स डिजिटल वर्ल्ड में स्टोर होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी में NFTs की खरीददारी होने के चलते इसकी जानकारी ब्लॉकचेन पर स्टोर की जाती है। ब्लॉकचेन एक प्राइवेट नेटवर्क है, जो क्रिप्टोकरेंसी में होने वाले लेनदेन को पब्लिक डोमेन पर मॉनीटर करता है। यानी कि ब्लॉकचेन पर किए गए लेनदेन कोई भी देख सकता है।
यह है दुनिया का सबसे महंगा NFT
दुनिया का सबसे महंगा नॉन-फंजिबल टोकन 10 सेकेंड का एक वीडियो है। इस वीडियो को मीपल नाम के आर्टिस्ट ने बनाया है, जिसका असली नाम माइक विंकलमैन है। दरअसल यह वीडियो बीपल की ओर से बनाए गए कई आर्टवर्क्स का कंपाइलेशन वीडियो है।